Anoop Mandloi (Paliwal) Sendhwa
dekana hai meri udan ko... or ucha kar do aasman ko...
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बुधवार, 30 नवंबर 2011
शब्दो से जताना छोड़
मेरी चुप्पी को वो समझ ना पाया कभी
इसिलए हमने शब्दो से जताना छोड़ दिया
- अनूप पालीवाल
बुधवार, 2 नवंबर 2011
जिंदगी की उलझने
जिंदगी की उलझने शरारतो को कम कर देती है
और लोग समझते है की हम बहुत बदल गए है !
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