Anoop Mandloi (Paliwal) Sendhwa
dekana hai meri udan ko... or ucha kar do aasman ko...
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मंगलवार, 26 मार्च 2013
कोई लक्ष्य .....
कोई लक्ष्य न होने की दिक्कत यह है कि आप अपनी ज़िन्दगी, मैदान में इधर - उधर दौड़ते हुए बिता देंगे पर एक भी गोल नहीं कर पाएंगे
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