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बुधवार, 29 जून 2011

प्रेम युद्ध की तहर होता है

प्रेम युद्ध की तहर होता है ... ये शुरू तो आसानी से हो जाता है मगर ख़त्म आदमी के खात्मे पर ही होता है ....

शनिवार, 25 जून 2011

एक दोस्त बनाना

एक लाख दोस्त बनाना कोई चमत्कार नहीं है, चमत्कार है एक दोस्त बनाना, जो आप के खिलाफ खड़े एक लाख लोगो के बाद भी तुम्हारे साथ खड़ा हो...

अपने सत्रु से प्यार करो

आलस्य इन्सान का सबसे बड़ा सत्रु है - जवाहरलाला नेहरु
अपने सत्रु से प्यार करो - महात्मा गाँधी

यहाँ सत्य है ------

यहाँ सत्य है ------
लोगो के लिए आप अच्छे हो,
                      जब तक आप उनकी उम्मीदों को पूरा करो !
और सभी लोग अच्छे है, 
                      जब तक आप उनसे कोई उम्मीद ना करो .....

शुक्रवार, 24 जून 2011

तजुर्बा इन्सान को गलत फेसले से रोकता है ..... मगर तजुर्बा गलत फेसलो से ही आता है .....

गुरुवार, 23 जून 2011

रिश्ते मै उम्मीद

हर रिश्ते मै उम्मीद रखना छोड़ कर देखो ...
ये रिश्ते निभाना कितने आसान हो जाते है 

उम्मीद रखना ....
अपने आप को धोखा देना !
अपनी सोच अपनी कार्य शमता को कम करना ....
चिंता फिकर की सुरुआत करना ...जिसका कोई मतलब नहीं ...


मोहब्बत में नहीं है फ़र्क,

मोहब्बत में नहीं है फ़र्क, जीने और मरने का,
उसी को देखकर जीते हैं, जिस कातिल पर दम निकले!

बुधवार, 22 जून 2011

मंगलवार, 14 जून 2011

Jina isi Ka naam hai......


shangharsh hi Zindgi hai....

Upload By - Anoop Paliwal

Padna acha hai ...


Padna acha hai ...

Upload by - Anoop Paliwal

दोस्ती होती खुशी है जिंदगी के लिए ....





दोस्ती खुशी है जिंदगी के लिए ....

अपलोड बय- अनूप पालीवाल

Hemant Kumar-'Sooraj re jalte rehna'


Hemant Kumar-'Sooraj re jalte rehna(part 2)...' in 'Harischandra Taramati'(1963).The Composers are Laxmikant-Pyarelal.

Upload by - Anoop Paliwal

शुक्रवार, 3 जून 2011

मैं ईमानदार नहीं....


ईमानदारी से
चाहता हूँ कहना
कि
मैं ईमानदार नहीं.
क्यों कि
जो कहता हूँ
वो करता नहीं
जो सोचता  हूँ
वो होता नहीं
जो होता है
वो चाहता नहीं .
इसी ऊहापोह में
जीता  चला जाता  हूँ
क्षण - प्रतिक्षण
परिस्थितियों में
ढलता चला जाता हूँ.


जो बदल जाये
वक़्त के साथ
तो बताओ
वो कैसे
रह पायेगा ईमानदार
खुद की सोचों पर भी
बिठा  देता  हूँ कभी - कभी
अनदेखा पहरेदार
और मान लेता  हूँ
कि
ज़िन्दगी जी रहा  हूँ.
जब कि जनता  हूँ
कि
पल पल मर रहा  हूँ.
इसीलिए
कहता हूँ ईमानदारी से कि
मैं ईमानदार नहीं....
खुद के प्रति .....