मुखपृष्ठ

रविवार, 21 नवंबर 2010

अपेट लिया जनता का माल....

मनमोहन जी आपके सत्ता के लालच ने यह कैसा सिला दिया.....
खजाना जनता ने भरा .....
और आप के साथी भ्रष्टो ने लुट लिया ...

ओ ४० चोर है तो आप अलीबाबा है.....
ओ डकैत है तो आप सरदार है....
समझ मै नहीं आता की आप अपनी सत्ता की सलामती के लिए
कितने लोगो के घर भरोगे
और जनता के पैसे लूटोगे ....

और तो और ...
महंगाई बढाकर चोरो के पेट भर दिए...
और गरीबो को मौत के दरवाजे पार खड़ा कर दिया ....
वाह री सरकार... तेरा कमाल.... अपेट लिया जनता का माल....
ये तो कुछ ही घोटाले है .... नजाने कितने राज दफ़न कर डाले है

कोई टिप्पणी नहीं: